'नागपंचमी' अर्थात् नागदेवता के पूजन का दिवस... नागपंचमी के दिन तो सभी लोग नागदेवता की पूजा करते हैं। श्रावण शुक्ल पंचमी को नागपंचमी का पर्व मनाया जात…
Read more »सद्भाव का पेड़-पौधों पर प्रभाव अगर एक सद्भाव से भरा हुआ व्यक्ति, मंगल कामना से भरा हुआ व्यक्ति आँख बंद करके अपने हाथ में जल से भरी हुई एक मटकी ले ले और कुछ क…
Read more »वह बचपन की दुनिया... छोटी थी लेकिन बहुत सघन। दुनिया क्या थी- परिवार, गांव, स्कूल, कुछ आसपास के गाव, खेत-खलिहान, ऋतुएं, मौसम, बाग-बगीचे, बम । लेकिन इन्ह…
Read more »इंसान की कुटिलता और जानवर की शालीनता में बस एक ही अंतर है इंसान के दो चेहरे होते है जानवर चेहरे नहीं बदलता जो भी है जैसा भी है वह एक ही चेहरा रखता यही जानवर…
Read more »सच्चे अश्रु जो बहते परपीड़ा में... नयन कोर से बहे जो अश्रु अपनी पीड़ा में वह तो खारा पानी है सच्चे अश्रु स्वर्ण मोती से जो बहते है पर पीड़ा में। देख दुखी त्रासि…
Read more »बिखरते रिश्तों को समेटने की जद्दोजहद में... मुस्कुराते चेहरे पर दिल खाली खाली सा अधूरापन, अकेलापन जीवन का अहसास लिए अपनत्व, प्रतीक्षा और संबंध की एक अदृश्य ड…
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