जय माँ कुष्मांडा नवदुर्गा के नौ स्वरूप चतुर्थ दिवस कुष्मांडा दिवस, भूत में कृष्णमांडा नामक एक दंतहीन बर्बर पर्वत है। उसकी नौ महीने तक पूजा की जाती है और वह …
Read more »चंद्रघण्टा माँ नवदुर्गा के नौ स्वरूप तृतीय दिवस: व्याघ्र चर्माम्बरा क्रूरा गजचर्मोत्तरीयका । मुण्डमालावरा बोरा शुष्कवापी समोदरा ।। खड् प्रयाशधरातीव भीषणा भय…
Read more »जय माँ ब्रह्मचारिणी नवदुर्गा के नौ स्वरूप द्वितीय दिवस ब्रह्मचारिणी दिवस, वृषे उमा प्रकर्तव्या पद्योपरि व्यवस्थिता । योग पट्टोत्तरा संग मूग सिह परिष्कृता ।…
Read more »प्रथम दिवस माँ शैलपुत्री नवदुर्गा के नौ स्वरूप नवदुर्गा के नौ स्वरूप शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चन्द्रघण्टा, कूष्माण्डा, स्कन्दमाता, कात्यायनी, कालरात्री, महा…
Read more »साधना से जीवन को साधने का पर्व नवरात्र नवरात्र यह परिवर्तन का ऐसा समय होता है जिसमें शरीर-मन की बढ़ी संवेदनशीलता को मर्यादित जीवन और साधना द्वारा हम आत्म-विक…
Read more »श्रद्धा- कर्मप्रेरणा का आदिस्रोत आ'श्विन मास का कृष्ण पक्ष पितृपक्ष कहलाता है और उसमें पितरों के प्रति श्रद्धा व्यक्त की जाती है, श्रद्धांजलि दी जाती है …
Read more »पितरों की श्रेष्ठता के प्रति कृतज्ञता का ज्ञापन है श्राद्ध... अपने पूर्वजों से हमें शिक्षा, संस्कार, संस्कृति, सभ्यता, आचरण, संवेदनाएं, भंगिमाएं और जीवन जीने…
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