जिज्ञासा ज्ञान की जननी है। ज्ञान बलिदान माँगता है, नींद का, आलस्य का, सुखों का, मान का, अपमान का उसने यही किया। बलिदान कर दिया। बाधाओं के पहाड़ खड़े।…
Read more »*भारत के गौरवशाली इतिहास में राजस्थान के मेवाड़ का इतिहास शौर्य और त्याग की गाथाओं का सिरमौर रहा है ।मेवाड़ के ही राजा रतन सिंह और रानी पद्मिनी की अमर प्रेम कहानी…
Read more »झूठ या सच ------------- झूठे लगते अब तो प्यारे, सच्चाई में कुछ दम नहीं। झूठे जीते और सच्चे हारे, सच सुनने की कूबत नहीं।। सच को झूठा साबित करता, झूठ ब…
Read more »*विकलांग नहीं दिव्यांग है हम* (दिव्यांग दिवस पर सभी दिव्यांग जनों को सादर समर्पित…..)* आँखे अँधी है, कान है बहरे , हाथ पांव भी भले विकल । वाणी-बुद्ध…
Read more »मेरे पुस्तक समीक्षा मेरे लिए यह गर्व एवं खुशी का विषय है कि मेरी पुस्तक "साहित्यमेध" जो कि साहित्य संगम रचनाकार विशेषांक थी जिसकी समीक्षा आ. राजेश…
Read more »हां, "आप" को सबसे अलग बनाएं क्या आप सबसे अलग, हटकर विशेष बनना चाहते हैं। आप चाहते हैं कि लोग आपकी बात सुनें। यदि हाँ, …
Read more »*अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस (25 नवम्बर ) पर विश्व की आधी आबादी को समर्पित......* *हे ! माँ मुझको गर्भ में ले ले ….* हे ! माँ मुझक…
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