कुछ शब्द ही तो थे

कुछ शब्द ही तो थे..


कुछ शब्द रूठे-रूठे से

कुछ शब्द झूठे-झूठे से,

कुछ शब्द टूटे-टूटे से

कुछ शब्द फूटे-फूटे से,

कुछ शब्द तीखे-तीखे से

कुछ शब्द फीके-फीके से,

कुछ शब्द हमसे छूट गए

कुछ शब्द हमसे रुठ गए

हम उन्हें मनाने चल दिए।


कुछ शब्द खारे-खारे से

कुछ शब्द हारे-हारे से

कुछ शब्द से दिल मिल गये

कुछ शब्द सेदिल हिल गये

हम दिल बहलाने चल दिए।


कुछ शब्द

बर्फ के गोले थे

कुछ शब्द

आग के शोले थे

कुछ शब्द

उधर से बोले थे

कुछ शब्द

इधर से बोले थे

बनते काम बिगड़ गए

अंतर मन आवाज आई

शब्दों को तोला कर भाई

सोच समझ बोला कर भाई

यह बात समझ में आई अब

बस कुछ शब्द ही तो थे।।

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