अनोखी आदतें जानवरों की...
कुछ खास बनाती हैं जानवरों को उनकी कुछ अनोखी आदतें...
कुछ जानवरों की अनोखी आदतें जिनकी जानकारी सभी को रोचक लगती है।
1. लोमड़ी
लोमड़ी की यह आदत है कि जब वह बहुत भूखी होती है तब अपना शरीर फुलाकर जंगल में मुर्दे की तरह पड़ जाती है। देखने वाला यह समझता है कि लोमड़ी मरी पड़ी है। यह देखकर परिंदे उसके पास आ जाते हैं। पहले तो वह हिलती-डुलती भी नहीं बल्कि सांस तक भी नहीं लेती है और जैसे ही वे चोंच मारते हैं तो झपटकर उन्हें पकड़ लेती है।
2. बिल्ली
बिल्ली की आदत है कि जब वह छत पर चूहे को देखती है, तब अपने सिर से इस तरह इशारा करती है जैसे वह वापस जा रही हो। इस तरह की क्रिया से ही चूहा डर जाता है और इसी प्रक्रिया को दोहराते हुए बिल्ली चूहे को पकड़ लेती है।
3. बेड़िया
भेड़िया जब सोता है, तब अक्सर एक आंख बंद रहती है और दूसरी आंख खुली रहती है- इस तरह उसे शिकार का पता चल जाता है।
5. बारहसिंगा
बारहसिंगे का जब सींग टूट जाता है। तब वह छिप-छिप कर रहता है और ज्यादा दौड़-धूप नहीं करता। सींग के टूट जाने से वह समझता है कि उसका हथियार जाता रहा। जब उसका सींग बढ़कर पहले के बराबर हो जाता है तो वह पहले की तरह निडर हो जाता है।
6. चूहा
चूहें किसी भी तरल पदार्थ को मुंह लगाकर आसानी से पी लेते हैं। यदि तरल पदार्थ बच रहा हो और बर्तन के पेंदे तक उनका मुंह न जाए तो वह तरकीब से काम लेते हैं। अपनी दुम को उस तरल पदार्थ में डालकर तर कर लेते हैं और बाहर निकाल कर उसे चूस लेते हैं।
7. जंगली चूहें
जंगली चूहे की आदत है कि नदी के किनारे अपना घर ऐसी ऊंची और ठीक जगह पर बनाता है कि पानी और चलने वालों के चंगुल से दूर रहे। घर को बहुत गहरा करके उसके चारों तरफ कई रास्ते बनाता है और उन रास्तों को मिट्टी की हल्की-सी तह से बंदकर देता है ताकि अगर कोई खतरा नजर आए तो जिस रास्ते से चाहे जल्दी से उसे खोलकर बाहर निकल जाए। वह अपना बिल किसी टीले या चट्टान के पास बनाता है ताकि अगर कभी भूल जाए तो उस निशान से अपना घर ढूंढ़ सकें।
8. शेर
शेर को जब अंदेशा हो कि कोई उसका पीछा कर रहा है तब वह अपनी दुम से अपना निशान मिटाता चला जाता है ताकि पीछा करने वाला उसे ढूंढ़ न सके।
9. चिता
चीता जब काफी मोटा हो जाता है और मोटापे के कारण चलना-फिरना उसके लिए मुश्किल हो जाता है तो वह किसी गुफा या खोह में जाकर बैठ जाता है और बाहर नहीं निकलता। भोजन न करने से मोटापा दूर हो जाता है और तब वह बाहर निकलता है।
10. मकड़ी
मकड़ी को जब भूख लगती है तब जमीन से चिपक जाती है। दुबक कर इस तरह बैठ जाती है कि मक्खियों को मालूम हो कि वह बेखबर है। और जब कोर्ड मक्खी पास आती है तो झपट कर उसे पकड़ लेती है। मकड़ी की यह उड़ान कई बार एक मिनट से भी अधिक होती है और उसका यह वार कभी खाली नहीं जाता।
11. हुदहुद
हुदहुद जब अंडे देना शुरू करती है तब अपने घोंसले से बाहर नहीं निकलती। उसकी बीटें घोसले के अंदर सड़ने लगती हैं। इस बदबू से हुदहुद को यह लाभ पहुंचता है। कि उसके दुश्मन बदबू से परहेज करते हैं और उसके घोंसले के आस-पास नहीं फटकते। इस प्रकार से हुदहुद का घोंसला तथा अंडे सुरक्षित रहते हैं ।
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